एक पुरे Room किओ size के सबसे पहले कंप्यूटर के बारे में आपने पढ़ा होगा. वहां से शुरू करके आजके जैम,आने के माइक्रो चिप कंप्यूटर तक का इतिहास के बारे में पढ़ना आप पसंद करेंगे. यहाँ आपको computer generation की सभी जानकारी यहाँ दी गयी है. history of computer की ये जानकारी आपके सामान्य ज्ञान में बढ़ोतरी करेगा.
आज के इस आर्टिकल में हम 1st Computer generation से 5th computer generation तक के बारे में जानेंगे. Computer generation का सफर वर्ष 1946 vaccum tube circuitry से शुरू हुआ था और आज AI (artificial intelligence) तक पहुँच चुका है.
Computer की हर एक generation में कोई न कोई ऐसा ख़ास technology development किया गया है जो कि इसके operate करने के तरीकों में बदलाव लाता है तथा हमारे लिए और भी आसान हो जाता है. 1946 की शुरुआत से लेकर वर्तमान तक के विकासों के परिणाम स्वरुप पहले से अधिक छोटे, सस्ते, ताकतवर तथा कुशल computing devices आ गई हैं तथा आते जा रही हैं.
Computer की अभी तक पांच पीढियां हुई हैं. आज के इस आर्टिकल में हम आपको कंप्यूटर की पाँचों पीढ़ियों ( history of computer ) के समय अंतराल सहित विस्तारपूर्वक जानकारी देने वाले हैं.
कंप्यूटर जनरेशन क्या है – What is Computer Generation in Hindi?
Computer terminology में “Generation” एक ऐसा शब्द है जिसका उपयोग computer में समय के साथ हुए technical बदलाव तथा अंतर को प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किया जाता है. यह Computer की 1946 की शुरुआत से लेकर वर्तमान तक की technology के बदलाव तथा अंतर को प्रदर्शित करता है तथा आगे भी करता रहेगा.
History of computer in Hindi
पूर्व में Generation शब्द का उपयोग computer hardware में तकनीकी बदलावों तथा अंतर को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता था लेकिन वर्तमान computer में hardware और software दोनों मिलकर computer system का निर्माण करते हैं इसीलिए यह शब्द दोनों के बदलावों तथा अंतरों को प्रदर्शित करता है. यहाँ सभी कंप्यूटर जनरेशन को history of computer के रूप में दर्शाया गया है.
कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया
हम तर्क दे सकते हैं कि पहला कंप्यूटर अबैकस या उसका वंशज था, स्लाइड नियम, जिसका आविष्कार विलियम मस्टर्ड ने 1622 में किया था।
लेकिन आज की आधुनिक मशीनों से मिलता-जुलता पहला कंप्यूटर था एनालिटिकल इंजन, एक उपकरण जिसकी कल्पना और डिजाइन ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज ने 1833 से 1871 के बीच किया था।
बैबेज के साथ आने से पहले, एक “कंप्यूटर” एक व्यक्ति था, कोई ऐसा व्यक्ति जो सचमुच पूरे दिन बैठा रहता है, संख्याओं को जोड़ना और घटाना और परिणामों को तालिकाओं में दर्ज करना।
एक अंग्रेज मैकेनिकल इंजीनियर और पॉलीमैथ चार्ल्स बैबेज ने एक प्रोग्राम योग्य कंप्यूटर की अवधारणा को जन्म दिया। “कंप्यूटर का पिता” माना जाता है, उन्होंने 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में पहला यांत्रिक कंप्यूटर की अवधारणा और आविष्कार किया। अपने क्रांतिकारी अंतर इंजन पर काम करने के बाद, 1833 में नेविगेशनल गणना में सहायता के लिए डिज़ाइन किया गया, उन्होंने महसूस किया कि एक अधिक सामान्य डिजाइन, एक विश्लेषणात्मक इंजन, संभव था।
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कंप्यूटर के विभिन्न पीढ़ीयों की व्याख्या – Interpretation of Different Generations of Computer
आइये कंप्यूटर की पाँचो पीढ़ियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं –
Generations (पीढियां) | Time Period (समयावधि) |
First Generation (पहली पीढ़ी) | 1946-1959 |
Second Generation (दूसरी पीढ़ी) | 1959-1965 |
Third Generation (तीसरी पीढ़ी) | 1965-1971 |
Fourth Generation (चौथी पीढ़ी) | 1971-1980 |
Fifth Generation (पांचवी पीढ़ी) | 1980-present |
कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी – First Generation of Computer (वर्ष 1946-1959)
पहली पीढ़ी के Computer systems में memory के लिए circuitry और drum के लिए vaccum tube का उपयोग किया जाता था. ये Computer machine language पर निर्भर थे, यह computer की सबसे low level की language है और उस समय जिससे एक समय में सिर्फ एक ही कार्य किया जाता था उसमें भी हफ़्तों अथवा महीनों लग जाते थे.
इसमें Input punched cards और paper tape पर आधारित था तथा output printout के द्वारा मिलता था. ये Computer आकार में बहुत ही विशाल होते थे जिसे स्थापित करने के लिए एक पूरा कमरा लगता था. इन्हें उपयोग करना हर किसी के बस की बात नहीं थी क्योंकि ये उपयोग करने में बहुत ज्यादा कठिन और महंगे होते थे साथ ही यह अधिक बिजली का उपयोग करते थे. ये Computer बहुत ही अधिक मात्रा में गर्मी उत्पन्न करने की वजह से बार बार बिगड़ जाते थे.
कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी के पहले Electronic computer का आविष्कार J.P. Eckert और J.W. Mauchy ने किया जिसका नाम ENIAC था. ENIAC “Electronic Numeric Integrated And Calculator” का short form है. EDVAC, UNIVAC, IBM-701 तथा IBM-650 आदि first generation के computer के उदहारण है.
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कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी – Second Generation of Computer (वर्ष 1959-1965)
सेकंड जनरेशन ऑफ कंप्यूटर में Vaccum tube की जगह transistor का उपयोग किया गया था. Vaccum tube के मुकाबले transistor कहीं ज्यादा बेहतर थे जिसने computer को पहली पीढ़ी के मुकाबले काफी छोटा, सस्ता, fast तथा अधिक विश्वसनीय बना दिया. हालांकि यह भी काफी Heat generate करता था लेकिन first generation के मुकाबले काफी कम heat generate करता था.
फिर भी दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में Vaccum tube की जगह transistor का उपयोग काफी बड़ा सुधार था. Second generation के computers भी input punched cards और paper tape पर आधारित था तथा output printout के द्वारा मिलता था.
Second generations के computer में machine language की जगह symbolic और assembly language का उपयोग होने लगा था. यह Operator द्वारा computer को words में instructions देने की अनुमति देता था. ये पहले Computer थे जो instructions को memory में store करते थे साथ ही atomic energy industry के लिए develop किये गए ये पहले computer थे.
कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी – Third Generation of Computer (वर्ष 1965-1971)
तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर में Integrated circuit का विकास हुआ. इसमें Transistor का आकार छोटा करके silicon chips में placed किया गया जिसे semiconductors कहा जाता है. इसने Computer की speed तथा efficiency में काफी वृद्धि किया.
इसमें Input के लिए punched cards की जगह keyboard का इस्तमाल किया गया तथा output के लिए monitor का उपयोग किया गया साथ ही operating system का उपयोग किया गया जिसने बहुत सारी applications एक ही समय में एक साथ central program के साथ run करने की अनुमति दिया जो की memory को monitor करते थे.
Third generation के computer काफी ज्यादा popular हुए तथा उस समय से ही एक बड़े पैमाने में computers का उपयोग किया जाने लगा क्योंकि ये अपनी पिछली पीढ़ी की तुलना में काफी छोटे और सस्ते थे.
कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी – Fourth Generation of Computer (वर्ष 1971 – 1980)
कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी में Microprocessor लाया गया क्योंकि इसमें हजारों integrated circuits को single silicon chip में place किया गया था. जहाँ पहली पीढ़ी के कंप्यूटर में उपयोग किये जाने वाला vaccum tube पूरे कमरे भर की जगह लेता था वहीँ microprocessor हथेली में समा जाते हैं.
Microprocessors का उपयोग computers के अलावा और भी अन्य चीजों के उत्पादन में किया गया जिसके फलस्वरूप चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर में handheld devices mouse, GUI तथा mouse आदि का विकास देखा गया. जैसे जैसे ये छोटे होते गए इन्हें एक दुसरे से Network के जरिये जोड़ा जा सकता था जिसके फलस्वरूप internet का आविष्कार हुआ.
कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी – Fifth Generation of Computer (वर्ष 1980 – वर्तमान)
कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी में AI (Artificial intelligence) पर जोर दिया गया, हालांकि यह अभी भी विकास में है लेकिन अभी भी कुछ applications हैं जैसे की voice recognition भी AI आधारित है जिसका वर्तमान में उपयोग किया जा रहा है. parallel processing और superconductors AI को reality देने में मदद कर रहे हैं.
Quantum computation, molecular और nanotechnology कंप्यूटर को पूरी तरह से बदल देंगी. Fifth generation computing का लक्ष्य ऐसी device develop करना है जो प्राकृतिक भाषाओं को समझ सके तथा उनमें respond कर सकें साथ ही वो self learning एवं self organization में सक्षम हों.
Generations of computer pdf Notes
अगर आप कंप्यूटर के इतिहास की जानकारी को pdf के माध्यम से पढ़ना और फ्री download करना चाहते है तो यहाँ आपको एक लिंक दिया है. आप इसे download कर सकते है.
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निष्कर्ष:
दोस्तों इस आर्टिकल में Computer generations की जानकारी ( history of computer ) हिंदी में दी गयी है उम्मीद करता हूँ आपको पसंद आया होगा तथा आप कंप्यूटर की पाँचों पीढ़ीयों के बारे में विस्तारपूर्वक अच्छे तरीके से समझ गए होंगे.