UNESCO Full form in Hindi – यूनेस्को के बारे में जानकारी

UNESCO Full form in Hindi with Information : वैसे तो आपने UNESCO के बारे में आपने समाचार पत्र अथवा टीवी समाचार में देखा होगा। हो सकता है आपको इस बारे में थोड़ी बहुत जानकारी भी हो लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको UNESCO की पूरी जानकारी देने वाले हैं जैंसे UNESCO क्या है, UNESCO का full form आदि।

UNESCO जिसे हिंदी में यूनेस्को कहते हैं एक सयुंक्त राष्ट्र का शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन है जिसका उद्देश्य शिक्षा, सामाजिक विज्ञान, संस्कृति, संचार और सूचना के जरिये अंतरराष्ट्रीय शांति, विकास और संबंधों को बढ़ावा देना है।

UNESCO क्या है ?

UNESCO संयुक्त राष्ट्र संघ अर्थात United Nation (UN) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन है और यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग से शांति स्थापित करता है साथ ही शिक्षा और विकास को बढ़ावा देता है। ये संगठन वैश्विक धरोहरों की रक्षा भी करता है। इन सब के अलावा और भी महत्त्वपूर्ण कार्य हैं जिनका जिम्मा UNESCO के अधीन है। UNESCO एकमात्र ऐंसी संस्था है जिसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा का दायित्व सौंपा गया है।

UNESCO Full Form Hindi

उनेस्को का full form क्या होता है UNESCO Full form in Hindi

UNESCO एक संक्षिप्त शब्द है जिसे हिंदी में यूनेस्को कहते हैं। अंग्रेजी में UNESCO का full form ‘United Nations Educational Scientific and Cultural Organization’ है

यूनेस्को का फुल फॉर्म क्या है ?

अगर हम बात करे इसके हिंदी अर्थ की तो जिसका हिंदी में मतलब ‘संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन’ होता है। मतलब विश्व में होने वाले सभी शैक्षिक , वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों पर नजर रखनता है. और जरुरत के आधार से दिशानिर्देश किये जाते है.

UNESCO का मुख्यालय – UNESCO Headquarters

जिस तरह सभी संघों का एक मुख्यालय होता है उसी तरह UNESCO का headquarter (मुख्यालय) france देश के पेरिस में है। हर दो वर्षों में UNESCO Conference का आयोजन किया जाता है जो कि UNESCO के मुख्यालय पेरिस में ही आयोजित किया जाता है।

UNESCO के महानिदेशक 2018, 2019, 2020

UNESCO के वर्तमान महानिदेशक ऑड्रे अजौले (Audrey Azoulay) हैं ये फ्रांस देश से हैं। UNESCO की 58 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड ने 13 अक्टूबर 2017 को ऑड्रे अजौले को महानिदेशक के पद पर गठित किया था तब से वर्तमान तक ऑड्रे अजौले ही UNESCO के महानिदेशक हैं। UNESCO संघ के महानिदेशक 8 से 10 वर्षों में बदलते रहते हैं। ऑड्रे अजौले के पहले 9 व्यक्ति और महानिदेशक के पद पर पदस्थ रह चुके हैं। इनके पहले बुल्गारिया की इरिना बोकोवा (Irina Bokova) महानिदेशक के पद पर पदस्थ थी जिनका कार्यकाल वर्ष 2009 से 2017 तक था।

Director General of unesco list – यूनेस्को के महानिदेशको की सूची

नामकार्यकाल अवधिदेश
ऑड्रे अज़ौले (Audrey Azoulay)2017–वर्तमानफ्रांस
इरिना बोकोवा (Irina Bokova)2009–2017बुल्गारिया
कोइचिरो मत्सूरा (Koïchiro Matsuura)1999–2009जापान
फेडेरिको मेयर ज़ारागोज़ा (Federico Mayor Zaragoza)1987–1999स्पेन
अमादौ-महतर एमबाउ (Amadou-Mahtar M’Bow)1974–1987सेनेगल
रेने माहे (René Maheu)1961–1974फ्रांस
वित्तोरिनो वेरोनेसे (Vittorino Veronese)1958–1961इटली
लूथर इवांस (Luther Evans)1953–1958संयुक्त राज्य अमेरिका
जॉन विल्किन्सन टेलर (John Wilkinson Taylor)1952–1953 (कार्यवाहक)संयुक्त राज्य अमेरिका
जैम टोरेस बोडेट (Jaime Torres Bodet)1948–1952मेक्सिको
जूलियन हक्सले (Julian Huxley)1946–1948ग्रेट ब्रिटेन

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यूनेस्को के बारे में जानकारी

Quick Info about UNESCO in Hindi:

मुख्यालयपेरिस (फ्रांस)
स्थापना16 नवंबर 1945
कुल सदस्य देश195 (विकिपीडिया के अनुसार)
वर्तमान अध्यक्षऑद्रे अजोले (फ्रांस)
प्रथम अध्यक्षजूलियन हक्सले (ग्रेट ब्रिटेन)

वर्ष 1942 की बात है उस समय नाजी जर्मनी और यूरोप के अन्य कुछ देशों के बीच युद्ध की स्थिति बनी हुई थी जिससे उन देशों को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। इसीलिए एक ऐंसे संगठन का निर्माण करना था जिससे विश्व स्तर पर अमन, चैन और शांति स्थापित की जा सके। इसके लिए इंग्लैंड के लंदन में एक मीटिंग रखी गयी इस मीटिंग का नाम CAME (Conference of Allied Ministers of Education)  था।

इस मीटिंग के दौरान प्रस्ताव ऐंसे कोई संगठन की स्थापना का प्रस्ताव रखा गया जो वैश्विक स्तर पर शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्य करेगा। चूंकि यह प्रस्ताव उस समय बहुतों को पसंद आया था इसीलिए धीरे धीरे यह आंदोलन का रूप ले लिया। प्रभावस्वरूप जल्दी ही इस प्रस्ताव के क्रियान्वयन के लिए विचार किया गया। USA (United States America) समेत बहुत से देश की सरकार ने इस प्रस्ताव को एक सही रूप देने के लिए अपनी दिलचस्पी दिखाई।

CAME के प्रस्ताव से 1 नवंबर 1945 से 16 नवम्बर 1945 तक एक conference का आयोजन किया गया और इस conference में 44 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और वहां ऐंसी संस्था की स्थापना का निर्णय लिया गया जिससे भविष्य में किसी भी युद्ध की रोकथाम की जा सके और शांति बनाई जा सके।

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Conference के अंतिम दिन समाप्ति के बाद  37 देशों ने मिलकर UNESCO में शामिल होने का निर्णय लिया और इसी दिन 16 नवम्बर 1945 को यूनेस्को के संविधान पर हस्ताक्षर हुआ और 4 नवम्बर 1946 को इसे लागू कर दिया गया। भारत देश 1946 से यूनेस्को का सदस्य देश है।

UNESCO की स्थापना के पश्चात बहुत से देशों इसके कार्यों से आकर्षित होकर इसका हिस्सा बन गए। वर्तमान में 193 देश यूनेस्को के सदस्य देश हैं। यूनेस्को के 7 सदस्य देश और 2 पर्यवेक्षक देश हैं। दुनियाभर में इसके 21 राष्ट्रीय कार्यालय और 27 क्लस्टर कार्यालय हैं। विश्वभर के 332 अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन यूनेस्को से जुड़े हुए हैं।

यूनेस्को की स्थापना युद्ध की रोकथाम और अमन-चैन, शांति की स्थापना के लिए की गई थी लेकिन वर्तमान में यूनेस्को बहुत से क्षेत्रों में कार्य कर रहा है जो कि बहुत सराहनीय हैं।

यूनेस्को ने अपनी सूची में विश्व भर की बहुत सी धरोहरों को शामिल किया है जिनमे से 35 धरोहरें भारत की है, इन धरोहरों के संरक्षण का जिम्मा यूनेस्को का है।

प्रत्येक 2 वर्षों में यूनेस्को के मुख्यालय में conference का आयोजन किया जाता है जिसमें विभिन्न विषयों, समस्याओं और विवादास्पद मामलों पर चर्चा की जाती है तथा इनका निवारण किया जाता है। इन conference में किसी भी विषय पर voting की जाती है तथा सभी देशों के पास 1 vote करने का अधिकार होता है।

UNESCO के द्वारा कुल 40 अंतरराष्ट्रीय दिवस घोषित किये गए हैं जिन्हें यूनेस्को के सभी सदस्य देशों में मनाया जाता है। इनमें से 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस, 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिवस, 8 मार्च को महिला दिवस, 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस और 8 सितंबर को मनाया जाने वाला विश्व साक्षरता दिवस आदि कुछ प्रमुख दिवस हैं।

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Role of UNESCO – यूनेस्को के कार्य

ये कुछ प्रमुख कार्य हैं जिनका संचालन UNESCO संघ करता है।

1. युनेस्को वैश्विक धरोहरों की रक्षा करता है। ये विश्व की उन धरोहरों की पहचान करता है जो मनुष्य के लिए उत्कृष्ठ मूल्यों वाली हैं। उन सभी धरोहरों को प्रोत्साहन और संरक्षण देने जिम्मेदारी UNESCO की है और UNESCO अंतरराष्ट्रीय कानूनों की जरिये इनकी रक्षा करता है। इन धरोहरों में प्राकृतिक और मानव निर्मित दोनों प्रकार की धरोहरें शामिल हैं।

2. सभी के लिए गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान कराना व शिक्षा के लिए जागरूक करना भी यूनेस्को की प्रमुख कार्यों में से एक है। UNESCO शिक्षा के प्रति विश्व स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए बहुत से शैक्षणिक कार्यक्रम भी आयोजित करता है जिसमें से एक मुख्य कार्यक्रम ‘विश्व साक्षरता दिवस’ है जिसे हर वर्ष 8 सितंबर को मनाया जाता है।

3. UNESCO जलवायु परिवर्तनों की निगरानी करता है व असुरक्षित जलवायु परिवर्तनों की सूचना देता है और इनसे निपटने के तरीकों से सभी को अवगत कराता है।

4. भाषाओं के संरक्षण का बीड़ा भी यूनेस्को के पास ही है। पिछले कुछ वर्षों में बहुत सी भाषाएं विलुप्त हो चुकी है और बहुत सी भाषाएं लुप्त होने की कगार पर हैं।

5. पत्रकारों के साथ आये दिन अभद्रता की जाती है, धमकाया जाता है या फिर उनके साथ मार पीट कर दी जाती है इसीलिए युनेस्को पत्रकारों के संरक्षण के लिए भी काम करता है और विवादास्पद मामलों तथा असुरक्षित स्थानों में भी पत्रकारिता करने के लिए पत्रकारों को प्रशिक्षण प्रदान करता है।

6. अभी कुछ वर्षों से UNESCO ने होलोकॉस्ट जागरूकता कार्यक्रम को काफी बढ़ावा दिया है। इस कार्यक्रम के तहत शिक्षण सामग्री वितरित की जाती है एवं पुराने नाजी कैंपो का भ्रमण कराया जाता है।

आपको यहाँ ” UNESCO Full form ” के साथ युनेस्को की विस्तृत जानकारी यहाँ प्रदान की गयी है. ये जानकारी आपके सामान्य ज्ञान में बढ़ोतरी करेगी. आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तयारी कर रहे है तो इसमे भी मदद मिलेगी. UNESCO Full form in Hindi लेख आपको कैसा लगा जरुर बताये.

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